संविधान दिवस समारोह: ICAR–ATARI, लुधियाना ने संवैधानिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता को किया सुदृढ़
26 नवंबर 2025, लुधियाना
भारत के संविधान को अपनाए जाने की 76वीं वर्षगांठ के अवसर पर 26 नवंबर 2025 को देशभर में संविधान दिवस मनाया गया। इस दिवस का उद्देश्य संविधान निर्माताओं के योगदान को स्मरण करते हुए एकता, अखंडता और संवैधानिक मूल्यों के प्रति सामूहिक प्रतिबद्धता को दोहराना रहा। कार्यक्रम की शुरुआत संविधान दिवस के महत्व और डॉ. भीमराव अंबेडकर, प्रारूप समिति (ड्राफ्टिंग कमेटी) और इसकी उपसमितियों के सदस्यों की भूमिका पर आधारित परिचयात्मक सत्र से हुई, जिसमें संविधान निर्माण की प्रक्रिया और इसके मूल सिद्धांतों पर प्रकाश डाला गया।
इस अवसर पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) – कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (ATARI), ज़ोन-I, लुधियाना द्वारा मुख्यालय परिसर में “संविधान दिवस समारोह” का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. परविंदर श्योरण, निदेशक, ICAR–ATARI, लुधियाना ने की, जिन्होंने अपने संबोधन में कहा कि संविधान में निहित मूल्य संस्थागत कार्य संस्कृति और सामाजिक समावेशन का आधार हैं और इन्हें आत्मसात करना प्रत्येक नागरिक और कार्मिक की नैतिक ज़िम्मेदारी है।
कार्यक्रम में डॉ. माखन सिंह भुल्लर, निदेशक विस्तार शिक्षा (DEE), पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU) तथा डॉ. अमनदीप बराड़, निदेशक (बीज), PAU विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। दोनों अतिथियों ने संविधान की समतामूलक सोच और कृषि-विस्तार तंत्र में संवैधानिक भावना की प्रासंगिकता पर विचार साझा किए।
समारोह में ATARI के वैज्ञानिकों और कार्यालय कर्मचारियों सहित 40 से अधिक प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थितजन को संविधान प्रस्तावना के मूल आदर्शों के प्रति समर्पण भाव को पुनर्जीवित करने हेतु संविधान प्रतिज्ञा (प्लेज) दिलाई गई।
संस्थान की पहल के साथ-साथ ATARI ज़ोन-I, लुधियाना के अंतर्गत कार्यरत 72 कृषि विज्ञान केंद्रों (KVKs) में भी संविधान दिवस का उत्साहपूर्ण आयोजन किया गया। इन केंद्रों में 1,500 से अधिक किसानों, ग्रामीण युवाओं, कृषि-महिलाओं और KVK कर्मचारियों ने भाग लिया। KVK स्तर पर आयोजित गतिविधियों में संविधान दिवस की प्रतिज्ञा, जागरूकता सत्र, समानता और कर्तव्य आधारित संवाद तथा राष्ट्रीय एकता को बढ़ाने वाली चर्चाएँ शामिल रहीं।
ATARI, लुधियाना और इसके KVK नेटवर्क द्वारा आयोजित इन कार्यक्रमों के माध्यम से लोक-साक्षरता, संवैधानिक भावना का प्रसार और कृषि-विस्तार कार्यबल में संवेदनशील नेतृत्व को बढ़ावा मिला, जो समग्र रूप से राष्ट्रीय सामाजिक मूल्यों के सुदृढ़ीकरण में सहायक सिद्ध हुआ।
संस्थान एवं KVK मंचों पर इस समारोह ने संविधान में निहित “विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास और उपासना की स्वतंत्रता”, “अवसर की समानता” तथा “बंधुत्व की भावना” को संस्थागत और ग्रामीण स्तर पर पुनर्स्थापित किया।

